महाविद्यालय में उपलब्घ पाठ्येत्तर सुविधायें-
1. मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार-
(क) श्री पन्नालाल चौधरी स्मृति पुरस्कार- बी0काम0 प्रथम वर्ष के महाविद्यालय में प्रथम स्थान पाने वाले छात्र/छात्राओं को इस पुरस्कार के रूप में नकद रू0 5100(पांच हजार एक सौ) मात्र एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा।
(ख) श्री जुग्गीलाल गुप्ता(गोखिया वाले) स्मृति पुरस्कार-
ऐसे छात्र/छात्रायें जो बी0काम0 प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी की टाॅप 20 की सूची में सर्वोच्च अंक लाता है उसे इस पुरस्कार के रूप में नकद रू0 5100(पांच हजार एक सौ रूपये मात्र)एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये जायेगें।
(ग) श्रीमती जनक दुलारी स्मृति पुरस्कार-
ऐसे छात्र/छात्रायें जो बी0काम/बी0ए0 अन्तिम वर्ष में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी में प्रथम स्थान प्राप्त करते हैं उन्हे इस पुरस्कार के रूप में नकद रू0 10,000/-(दस हजार) मात्र एवं प्रमाण पत्र प्रदान किय जायेगा।
नोट- उक्त पुरस्कारों में एक से अधिक छात्र/छात्रायें समान अंक प्राप्त करते हैं तो पुरस्कार की धनराशि उनके मध्य विभाजित कर दी जायेगी।
2. पुस्तकालय एवं वाचनालय-
(क) पुस्तकालय में विभिन्न विषयों की पर्याप्त पुस्तके उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त सन्दर्भ पुस्तके, शोधग्रन्थ एवं पत्र-पत्रिकायें भी उपलब्ध है। आवश्यकतानुसार महाविद्यालय द्वारा समय पर उपयोगी पुस्तकें क्रय की जाती हैं।
(ख) पुस्तकालय से प्रत्येक संस्थागत छात्र को प्रवेश के समय दो पुस्तकें निर्गत की जाती है।
(ग) पुस्तकालय की पुस्तकों को परीक्षा प्रवेश पत्र प्राप्त करने के पूर्व जमा करना अनिवार्य है।
(घ) महाविद्यालय में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त मेधावी छात्र/छात्रायें जिनके न्यूनतम अंक 65 प्रतिशत हैं उन्हे पुस्तकालय से समस्त विषयों की पुस्तकें उपलब्ध कराई जायेगी।
3. क्रीड़ा एवं शारीरिक षिक्षा-
(क) विशाल खेल का मैदान है।
(ख) सभी प्रकार के खेलों- कैरम, शतरंज, बालीबाल, फुटबाल, बास्केटबाल, खो-खो, कबड्डी, क्रिकेट इत्यादि की व्यवस्था।
4. राष्ट्रीय सेवा योजना(एन0एस0एस0)-
महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना(एन0एस0एस0) की दो ईकाई कार्यरत हैं। इस योजना का उद्देश्य छात्र/छात्राओं में समाज सेवा की भावना के साथ-साथ व्यक्तित्व का विकास, नेतृत्व की क्षमता, आत्मविश्वास उत्पन्न करना एवं ग्रामीण परिवेश से परिचित कराना है। इस योजना के अन्तर्गत प्रतिवर्ष निकटवर्ती ग्रामीण अंचलों में सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया जाता है तथा 120 घण्टों का सामान्य कार्यक्रम सम्पन्न कराया जाता है।
एन0एस0एस0 के एक विशेष शिविर तथा 240 घण्टें के सामान्य कार्यक्रमों में भाग लेने वाले छात्र/छात्राओं को विश्वविद्यालय से प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। यह प्रमाणपत्र अर्जित कर लेने पर विभिन्न सरकारी विभागों में नियुक्तियों के साथ तथा बी0एड0 पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु वरीयता अंक प्रदान किये जाते हैं।
5. पत्रिका का प्रकाशन-
महाविद्यालय में वार्षिक पत्रिका ‘‘उत्कर्ष’’ का प्रकाशन किया जाता हैै। छात्र अपनी मौलिक एवं सामान्य ज्ञान परख रचनायें शोधपरक लेख आदि प्रकाशनार्थ प्राचार्य/सम्पादक को दे सकते हेैं।
6. छात्रवृत्तियाँ-
अनुसूचित जाति/जनजाति, के छात्र-छात्राओं को जिनके, अभिभावक की वार्षिक आय सभी श्रोतों से अधिकतम 250,000(दो लाख पचास हजार रू0), तथा सामान्य वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र /छात्राओं को जिनके अभिभावक की वार्षिक आय सभी श्रोतों से 2,00,000(दो लाख रू0) है को तहसीलदार द्वारा प्रमाणित आय प्रमाण पत्र के आधार पर शासन द्वारा छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जायेगी। जिसके लिये सम्बन्धित वर्ग के छात्र-छात्राओं को आवेदन करना होगा। जिला समाज कल्याण अधिकारी की स्वीकृतोपरान्त छात्रवृत्ति की राशि किसी भी राष्ट्रीकृत बैंक बाँदा में विद्यार्थी द्वारा खोले गये खातों में शासन द्वारा स्थानान्तरित की जायेगी। जिसके लिये छात्र की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी। आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र(जाति जो लागू हो) अनिवार्य रूप से जमा करना होगा। आय प्रमाण पत्र अवैध पाये जाने पर छात्र/अभिभावक जिम्मेदार होगें।
7. वुमेन पावर एन्जिल्स(डरो नहीं-सहो नहीं)-
महाविद्यालय में वुमेन पावर एन्जिल्स की स्थापना की जाती है, जिसका उद्देश्य छात्राओं के साथ होने वाली अप्रिय/आपराधिक घटनाओं पर शक्ति से अंकुश लगाना है, जिसके अन्तर्गत महाविद्यालय में अध्ययनरत वरिष्ठ छात्राओं प्रभारी महिला शिक्षक द्वारा नामित किया जाता है, जिनको कोई भी छात्रा अपने विरूद्ध होने वाली छीटाकंशी/ मैसेज/ अशोभनीय घटनाओं की सूचना दर्ज करा सकती है अथवा उत्तर प्रदेश शासन के वुमेन पावर लाइन नं0- 1090 या राजकीय मोबाइल नं0- 9454405257 अथवा ई-मेल wpi1090-up@nic.in पर शिकायत दर्ज करा सकती है। शिकायतकर्ता/छात्रा का नाम गुप्त रखा जायेगा।
8. सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विभिन्न प्रतियोगितायें-
महाविद्यालय द्वारा छात्र-छात्राओें के सर्वागींण विकास हेतु विभिन्न अवसरों पर गीत, संगीत, नृत्य, नाटक, रंगोली, निबन्ध, वाद-विवाद, पोस्टर आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन कर उनमें अन्तनिर्हित प्रतिभा को निखारने का प्रयास किया जाता है। महाविद्यालय द्वारा प्रतियोगिताओं में विजेता प्रतिभागियों को वार्षिकोत्सव मे पुरस्कृत किया जाता है। इसके लिये छात्र/छात्रायें प्रभारी शिक्षकों से सम्पर्क कर अपना नाम पंजीकृत करा सकते हैं।